डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस के अवसर पर क्षेत्रीय कार्यालय में भारतीय जनता पार्टी कानपुर ग्रामीण द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
समय व्यूज समाचार सेवा
कानपुर _डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के बलिदान दिवस के अवसर पर पार्टी द्वारा चलाए जा रहे सेवा सप्ताह (23 जून से 6 जुलाई) के अंतर्गत आज क्षेत्रीय कार्यालय में भारतीय जनता पार्टी कानपुर ग्रामीण द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश कोरी ने भाग लिया। अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष दिनेश कुशवाहा ने की। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि देवेश कोरी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के नेतृत्व कौशल और व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अखंड भारत के ध्वजवाहक के रूप में इनका कार्य चिरस्मरणीय रहेगा उनके बलिदान की ही देन है की जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35 ए हटाया जा सका।
जिला अध्यक्ष दिनेश कुशवाहा ने कार्यकर्ताओं को डॉ. मुखर्जी के सिद्धांतों पर चलते हुए देश और संगठन हित के लिए कार्य करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिर्फ भाजपा के संस्थापक ही नहीं बल्कि देश से पहले राजनीतिक बलिदानी थे उन्होंने कहा कि देश की अखंडता और एकता के लिए बलिदान देने वाले डॉ. मुखर्जी की मृत्यु में साजिश थी।
जिला प्रभारी राधेश्याम पांडे ने कहा कि डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्योग मंत्री रहते हुए जम्मू कश्मीर में लागू धारा 370 पर सरकार का विरोध करते हुए एक देश में दो निशान दो प्रधान दो संविधान के खिलाफ आवाज उठाते हुए मंत्री पद से इस्तीफा देकर जम्मू कश्मीर के लिए कूच कर गए। 10 मई 1953 को जम्मू सीमा में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई तबसे भाजपा इस दिन कोबलिदान दिवस के रूप में मनाती है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष दिनेश कुशवाहा, राधेश्याम पांडे,बबलू पासवान ,सर्वेश यादव ,अनिरुद्ध शुक्ला, अतुल बाजपेई,सीमा मिश्रा, संदीप बाजपेई, एम पी सलोनिया,रवींद्र चौहान,दीप्ति सिंह आदि उपस्थित रहे।