हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में आएगी कमी, जिले में लागू हुआ स्टेमी केयर मॉडल
*समय व्यूज संवाददाता हकीम आजाद*
बलरामपुर। मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी की अध्यक्षता में स्टेमी केयर मॉडल पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बलरामपुर जिले के पांच अस्पतालों में स्टेमी केयर मॉडल लागू किया गया है। इनमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उतरौला, तुलसीपुर, पचपेड़वा, जिला संयुक्त चिकित्सालय, जिला मेमोरियल
अस्पताल शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य हार्ट अटैक के एक घातक प्रकार एसटी एलिवेशन मायोकार्डियल इंफार्क्शन (स्टेमी) की पहचान और उपचार के लिए मानकीकृत प्रोटोकॉल पर चिकित्साकर्मियों को प्रशिक्षित करना है। सीएमओ ने कहा कि स्टेमी हार्ट अटैक जानलेवा हो सकता है लेकिन अगर इसका तुरंत और सही तरीके से इलाज किया जाए तो इंजेक्शन टेनेक्टेप्लेज से मरीज की जान बचाई जा सकती है। इसलिए स्टेमी हार्ट अटैक के लिए विशेष मॉडल लागू करने की जरूरत है, ताकि जरूरतमंद लोगों को बिना किसी देरी के समय से सही चिकित्सा सेवा मिल सके। स्टेमी केयर मॉडल को लागू करने के लिए डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव और डॉ अजय कुमार शुक्ला अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ शारदा रंजन, डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव, डॉ अजय कुमार शुक्ला, डॉ विकल्प मिश्रा, डॉ चंद्र प्रकाश, डॉ विजय कुमार, डॉ सुनील कुमार, डॉ मेहताब आलम आदि ने भाग लिया।
संवाददाता हकीम आजाद